
जय माता की,
माँ रखियो लाज हमारी,
माँ रखियो लाज हमारी........
तू खड़ग खप्पर को धारी,
कर मैं त्रिशूल है भारी,
तू करती सिंह सवारी,
तू दुष्टों की संहारी,
माँ रखियो लाज हमारी,
माँ रखियो लाज हमारी........
है जगत जननी जग माता,
है त्रिभुवन भाग्य विधाता,
है परम शक्ति परमेश्वरी,
है करूणा निधि करूनेश्वरी,
है दुख भंजन सुखकारी,
माँ रखियो लाज हमारी........
है चंड मुंड संहारिणी,
है रक्त बीज निस्तारिणी,
है शुम्भ निशुंभ पछाडिणी,
है महिसासुर प्राण निकारिणी,
हम आये शरण तुम्हारी,
माँ रखियो लाज हमारी........
है भैरव तारा जग तारिणि,
है मुंड माल गल धारिणी,
है दुर्गा दुर्ग विनासिनी,
है नगर कोट की वासिनी,
ना भ्रकुटी तने तुम्हारी,
माँ रखियो लाज हमारी........
माँ करियो बेडा पार जय हो माई .,,,
जवाब देंहटाएंआपको गोवर्धन अथवा अन्नकूट पर्व की हार्दिक मंगल कामनाएं,
जवाब देंहटाएंबेहद सुन्दर ब्लॉग व् आपके विचार राकेश जी.थैंक्स.
जवाब देंहटाएंब्लॉग टिप्पणियों पर गोल छवियां दिखाएं