इस समूह को बनाने का एक मात्र मकसद आजादी पाने के लिए हमारे देश के हजारों लोगों ने जो कुर्वानी दी है उस कुर्वानी को हमेशा याद रखना और उन्होंने जिस आजाद भारत की कल्पना की थी उस सोच को साकार करने के लिए अपनी और से हर सम्भव कोशिश करना, सिर्फ इंटरनेट पर ही नही वास्तविक धरातल पर ऐसे लोगों को एक मंच पर लाकर खड़ा करना जिन के अंदर देश के लिए कुछ करने की इच्छा, लालशा इस हद तक को हो की अपने जीवन और देश में से एक को चुनने का मौका आने पर वो देश हित के लिए जान दे भी सके और जान ले भी सकें.
बुधवार, 28 अप्रैल 2010
आतंक वाद का उद्देश्य है क्या ?
वन्दे मातरम दोस्तों,
एक सवाल गूंजता है हरी भरी इन वादियों में,
एक सवाल मैं पूछता हूँ इन आतंक वादियों से,
आतंक वाद का देश क्या ? आतंक वाद का परिवेश है क्या ?
आतंक वाद की भाषा क्या ? आतंक वाद का भेष है क्या ?
आतंक वाद की शक्ल है क्या ? आतंक वाद का उद्देश्य है क्या ?
आतंक वाद की राह है क्या ? आतंक वाद का संदेश है क्या ?
आतंक वाद बस आतंक वाद है, जिसको खूँ रेज़ी प्यारी है
बे मकसद खून बहाने की, इनको लगी बीमारी है
आतंक वाद क्या हिन्दू है? क्या आतंक वाद है मुसलमान?
ताकत के मद में खून बहाना, आतंक वाद का है ईमान,
दौलत ही इनका मजहब, दौलत इनका धर्म ईमान,
दौलत की अंधी दौड़ दौड़ेते जाते, ये हैं कुछ पागल नौजवान,
आतंक वादियों को केवल, दौलत से है प्यार बहुत,
मानवता इनकी नजर में, बेमकसद बेकार बहुत,
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
nice thoughts...keep it up..
जवाब देंहटाएंThanks Madhavi Jee.
जवाब देंहटाएं